एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाज़ियाबाद- मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के सिग्नलिंग और टेलीकॉम सिस्टम के लिए वैश्विक बोलियाँ आमंत्रित की हैं। आधुनिक ईटीसीएस स्तर- II सिग्नलिंग एलटीई बैकबोन आधारित वर्चुअल ब्लॉक, एटीओ कार्यक्षमता और प्लैटफ़ार्म स्क्रीन डोर के साथ एकीकृत होने वाला ऐसा सिस्टम होगा जिसका इस्तेमाल भारत में पहली बार होगा। आरआरटीएस की डिजाइन की गति 180 किमी प्रति घंटा है, जबकि आरआरटीएस की परिचालन गति 160 किमी प्रति घंटा होगी। ऐसे मे एलटीई बैकबोन ईटीसीएस डेटा, मिशन क्रिटिकल वॉयस और ऑन-बोर्ड सीसीटीवी स्ट्रीमिंग मे भी सहायक होगा। सीसीटीवी, पीआईडीएस, पीएएस, एफ़ओटीएस, एसीआईडीएस, मास्टर क्लॉक, टेलीकॉम एससीएडीए, टेलीफोन, सीडीआरएस और ट्रेन टु ग्राउंड वायरलेस नेटवर्क जैसे टेलीकॉम सबसिस्टम भी इस पैकेज का हिस्सा हैं। यह सिस्टम अन्य दो कॉरिडोर (दिल्ली – पानीपत और दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर) के साथ अन्तः संचालित होगा।
श्री मुन्ना कुमार एनसीआरटीसी में निदेशक (निर्माण) के रूप में शामिल हुए
1992 बैच के भारतीय रेलवे इंजीनियरी सेवा (आईआरएसई) अधिकारी श्री मुन्ना कुमार, एनसीआरटीसी में निदेशक (निर्माण) के पद पर शामिल