एनसीआरटीसी ने आज दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर गुलधर और दुहाई के बीच पहला प्री-गर्डर पी-382 और पी-383 के बीच लॉन्च किया। लॉन्चिंग गैन्ट्री को लॉन्चिंग गर्डर भी कहा जाता है, इसे पिलर के ऊपर विभिन्न स्टेज के माध्यम से अस्थायी सपोर्ट (जिसे बाद में हटा लिया जाता है) द्वारा स्थापित किया जाता है| फिर इन सेगमेंट को जोड़कर आरआरटीएस के वायाडक्ट का निर्माण किया जाता है। 34 मीटर के पहले स्पैन में 12 सेगमेंट होंगे।
यात्रा सेवा पर केंद्रित इस परियोजना को समय पर पूरा करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। साइट पर सुपरस्ट्रक्चर ( वायाडक्ट) दिखाई देने लगा है। संकट के इस समय में परियोजना के कार्य में ऐसी प्रगति, एनसीआरटीसी टीम की बेहतर योजना और कुशल निष्पादन, तथा सरकारों द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं और विभिन्न हितधारकों के सहयोग के कारण संभव हो पाया है।
लॉन्चिंग कार्य से लोगों को परेशानी तथा यातायात प्रभावित न हो इसके लिए एनसीआरटीसी सुरक्षा के सभी उपाय कर रहा है। नीचे के क्षेत्र के लिए गेट और बैरिकेड की व्यवस्था की गई है, लाॅन्चिंग गर्डर तक श्रमिकों की आवाजाही के लिए मैनलिफ्ट्स और अस्थायी सीढ़ियों का उपयोग किया जा रहा है।