यात्रियों की सुरक्षा
प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) का इस्तेमाल प्लेटफॉर्म को ट्रैक से अलग करने के लिए किया जाएगा। पीएसडी तभी खुलेंगे जब ट्रेन सही जगह पर रुकेगी। पीएसडी के उपयोग से दुर्घटनाओं, ट्रैक पर गिरने वाली वस्तुओं और अतिचार को रोकने में मदद मिलेगी। पीएसडी को पूरे प्लेटफॉर्म की लंबाई में समकालिक रूप से नियंत्रित किया जाएगा। प्लेटफॉर्म पर लगे पीएसडी ट्रेन के दरवाजों के साथ सिंक्रोनाइजेशन में काम करेंगे। प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर पीएसडी स्थापित किए जाएंगे जो महत्वपूर्ण ऊर्जा खपत को बचाने और यात्रियों की बढ़ी हुई सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेंगे।
एनसीआरटीसी ने ‘मेक इन इंडिया’ को अपनी वास्तविक भावना से अपनाकर ‘आत्मानबीर भारत’ के उद्देश्य से भारत में पीएसडी के निर्माण की तकनीक लाने की पहल की है। भारत में आगामी और मौजूदा मेट्रो/आरआरटीएस और हाई-स्पीड रेल सिस्टम में किफायती स्थानीय रूप से उत्पादित पीएसडी की भारी मांग मौजूद है।